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टोक्यो ओलंपिक : पहले ही दिन भारत का खाता खुला, मीराबाई चानू ने भारोत्तोलन में रजत जीत रचा इतिहास

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टोक्यो, 24 जुलाई। टोक्यो ओलंपिक खेलों में पदक स्पर्धाओं के पहले ही दिन भारत का खाता खुल गया, जब महिला भारोत्तोलक मीराबाई सैखोम चानू ने 49 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीतकर भारतीय खेलों के इतिहास में नए अध्याय का सृजन कर दिया।

मणिपुर की 26 वर्षीया वेटलिफ्टर चानू ने क्लीन एवं जर्क में 115 किलोग्राम और स्नैच में 87 किलोग्राम के साथ कुल 202 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया। रियो ओलंपिक 2016 में मायूसी झेलने वालीं चानू देश को इस स्पर्धा में रजत पदक दिलाने वाली पहली महिला भारोत्तोलक हैं। इससे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने सिडनी ओलंपिक 2000 में कांस्य पदक दिलाया था।

ओलंपिक खेलों में यह पहला अवसर है, जब पदक स्पर्धाओं के पहले ही दिन भारत को कोई पदक मिला। इसके साथ ही चानू ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। रियो में पी.वी. सिंधु ने महिला एकल बैडमिंटन में रजत पदक जीता था।

चीन की होऊ झिऊई ने कुल 210 किग्रा (स्नैच में 94 किग्रा, क्लीन एवं जर्क में 116 किग्रा) वजन उठाकर तीन नए ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। ओलंपिक खेलों में यह उनका पहला स्वर्ण पदक है। ओलंपिक खेलों की प्रथम प्रवेशी इंडोनेशिया की आइशा विंडी कांटिका (194 किग्रा) को कांस्य पदक मिला।

मीराबाई चानू ने स्नैच के अपने पहले प्रयास में 81 किलोग्राम वजन उठाया। दूसरे प्रयास में उन्होंने 87 किलोग्राम वजन उठाया। हालांकि उनका तीसरा प्रयास विफल रहा. तीसरे प्रयास में वो 89 किलोग्राम वजन उठाने आईं थी। पहला स्थान चीन की वेटलिफ्टर ने हासिल किया, जिन्होंने स्नैच में 94 किलो वजन उठाकर नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया.

क्लीन एंड जर्क राउंड की शुरुआत मीराबाई ने 110 किलो वजन उठाकर की। उन्होंने दूसरे प्रय़ास में 115 किलो वजन उठाया। वहीं तीसरे प्रयास में 117 किलो वजन उठाने में नाकाम रहीं। लेकिन चीनी वेटलिफ्टर ने क्लीन एंड जर्क में 116 किलो का भार उठाते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।